ब्रिटिश पर्यटक को क्रेटे में Legionnaires’ रोग
हुआ: जानिए क्या जरूरी है
एक ब्रिटिश महिला को ग्रीस के क्रेटे में छुट्टियों के दौरान Legionnaires’ रोग हो गया है, जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह मामला होटलों में पानी की सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा करता है और यात्रियों को अपनी सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाने चाहिए, यह समझना जरूरी है। यहाँ शुरुआती लोगों के लिए सरल मार्गदर्शिका दी गई है।
क्रेटे में क्या हुआ?
जून 2025
में, हुल की 57 वर्षीय डोना जोबलिंग क्रेटे में एक ऑल-इन्क्लूसिव हॉलिडे के दौरान गंभीर
रूप से बीमार पड़ गईं। उन्हें फ्लू जैसे लक्षण विकसित हुए और 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच में
पता चला कि उन्हें Legionnaires’ रोग
हुआ है, जिसने निमोनिया और तीव्र
श्वसन विफलता को जन्म दिया। वे हेराक्लियन के वेनिज़ेलियो अस्पताल में गहन
चिकित्सा इकाई में चिकित्सकीय रूप से कोमा में हैं।
16 जून को यूरोपीय रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (ECDC) ने “बहुत ही आवश्यक” चेतावनी जारी की, जिसमें क्रेटे के होटलों से पानी की प्रणाली को ठीक से साफ करने और पानी के तापमान और क्लोरीनेशन स्तर की कड़ी निगरानी करने को कहा गया।
Legionnaires’ रोग क्या है?
Legionnaires’ रोग एक गंभीर फेफड़ों का संक्रमण है, जो Legionella बैक्टीरिया से होता है, खासकर L. pneumophila।
फैलने
का तरीका
यह Legionella
से संक्रमित छोटे पानी के बूंदों के
सांस द्वारा शरीर में प्रवेश से फैलता है।
आम
स्रोत: होटल के शॉवर, हॉट टब,
एयर कंडीशनिंग सिस्टम, फव्वारे और पाइपलाइन।
यह रोग आमतौर पर व्यक्ति से व्यक्ति में नहीं फैलता।
लक्षण कब दिखते हैं?
सामान्यतः
एक्सपोज़र के 2 से 10 दिनों के भीतर लक्षण प्रकट होते हैं:
·
तेज
बुखार
·
सूखी या
खांसी जिसमें बलगम आ सकता है
·
सांस
लेने में कठिनाई
·
मांसपेशियों
में दर्द, कमजोरी
·
सिरदर्द
·
छाती
में दर्द
·
भ्रम,
मतली, उल्टी या दस्त (कुछ मामलों में)
यह अन्य निमोनिया जैसे लक्षणों से मिलता-जुलता होता है। डॉक्टर मूत्र परीक्षण और छाती का एक्स-रे करके पुष्टि करते हैं।
कौन जोखिम में है?
कोई
भी Legionnaires’ रोग से
प्रभावित हो सकता है, लेकिन
निम्नलिखित समूहों में जोखिम अधिक होता है:
·
50 वर्ष
से ऊपर के लोग
·
धूम्रपान
करने वाले या पूर्व धूम्रपान करने वाले
·
जिनको
पुरानी बीमारियां हैं (साँस की बीमारी, किडनी की बीमारी, मधुमेह,
कैंसर)
·
कमजोर
प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्ति (जैसे कि कीमोथेरेपी लेने वाले)
· जिनके पास पूर्व मौजूद स्थिति है, जैसे मिर्गी (डोना के मामले की तरह)
अन्य यात्रा संबंधित मामले
·
क्रेटे (2025): डोना जोबलिंग का मामला यूरोप में तत्काल अलर्ट
हुआ।
·
कोर्फू (2011): कई ब्रिटिश पर्यटक संक्रमित हुए।
·
मेडिटेरेनियन क्षेत्र: होटल से जुड़े कुछ मामले
sporadic तौर पर अभी भी सामने
आते हैं।
यदि खराब रखरखाव कारण होता है, तो कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
इलाज और परिणाम
·
कोई
वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
·
जल्दी
एंटीबायोटिक इलाज (जैसे मैक्रोलाइड्स, फ्लुओरोकिनोलोन्स) कारगर होता है।
·
गंभीर
मामलों में अस्पताल में भर्ती और ICU की जरूरत पड़ सकती है।
· मृत्यु दर 5 से 15% के बीच होती है, जो बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले मरीजों में अधिक होती है।
यात्रा के दौरान खुद की सुरक्षा कैसे करें?
बिल्कुल
शुरुआती भी ये आसान कदम उठा सकते हैं:
1.
होटल सावधानी से चुनें।
ऐसे होटल चुनें जिनके पास अच्छे सफाई और
स्वास्थ्य निरीक्षण के प्रमाण हों।
2.
नहाने या पानी इस्तेमाल करने से पहले नलों को कुछ देर
चलाएं।
इससे जमा हुआ पानी बह जाएगा।
3.
जोखिम वाले पानी के स्रोतों से बचें।
हॉट टब, स्पा पूल, और फव्वारे जिनकी देखरेख ठीक नहीं है, उनसे दूर रहें।
4.
लक्षण जानें और तुरंत कार्रवाई करें।
यात्रा के दौरान या बाद में अस्वस्थ
महसूस हो तो डॉक्टर से मिलें और अपनी यात्रा का उल्लेख करें।
5.
गर्मी के मौसम में विशेष सतर्कता रखें।
Legionella बैक्टीरिया 20 से 45 डिग्री सेल्सियस पानी में पनपता है, इसलिए गर्मी में खतरा बढ़ जाता है।
होटलों और स्वास्थ्य प्राधिकरणों को क्या करना चाहिए?
होटलों को:
·
गर्म
पानी का तापमान 50 °C से ऊपर और
ठंडे पानी का 20 °C से नीचे रखना
चाहिए।
·
शॉवर,
पाइप, कूलिंग टावर्स को नियमित रूप से साफ-सफाई और
कीटाणु-मुक्त करना चाहिए।
·
उचित
क्लोरीनेशन या UV उपचार का
इस्तेमाल करें।
स्वास्थ्य प्राधिकरणों को:
·
नियमित
निरीक्षण करना चाहिए।
·
संक्रमण
पाए जाने पर यात्रियों और व्यवसायों को तुरंत सूचित करना चाहिए।
· जल्दी से संक्रमण के स्रोत का पता लगाना और उसे हटाना चाहिए।
संक्षिप्त सारांश
|
विषय |
आपको क्या जानना चाहिए |
|
Legionnaires’ क्या है? |
पानी की बूंदों
के सांस द्वारा फैलने वाला गंभीर निमोनिया |
|
जोखिम में कौन? |
बुजुर्ग, धूम्रपान करने
वाले, पुरानी बीमारियों वाले |
|
लक्षण कब आते
हैं? |
आमतौर पर 2–10 दिन बाद |
|
रोकथाम कैसे
करें? |
सुरक्षित होटल
चुनें, नल बहाएं, हॉट टब से बचें |
|
बीमार हो जाएं
तो? |
जल्दी डॉक्टर
से मिलें और यात्रा का उल्लेख करें |
अंतिम बातें
·
Legionnaires’ रोग दुर्लभ लेकिन गंभीर है, और अक्सर रोका जा सकता है।
·
अच्छे
रखरखाव वाले होटल चुनकर और पानी के इस्तेमाल में सावधानी बरतकर जोखिम कम किया जा
सकता है।
· यात्रा के बाद लक्षण दिखें तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें, यह आपकी जान बचा सकता है।
विश्वसनीय
स्रोतों से और जानकारी
·
ECDC:
Legionnaires’ रोग की जानकारी
·
CDC:
Legionella तथ्य
· NHS: यात्रा स्वास्थ्य सलाह
ब्रिटिश पर्यटक को क्रेटे में Legionnaires’ रोग: आसान भाषा में जानिए जरूरी बातें
क्रेटे
में क्या हुआ?
·
जून 2025
में, 57 साल की डोना जोबलिंग ग्रीस के क्रेटे में छुट्टियों पर
थीं।
·
उन्हें
फ्लू जैसे लक्षण हुए और 11 जून
को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
·
जांच
में पता चला कि उन्हें Legionnaires’ रोग हुआ है, जो फेफड़ों
की गंभीर बीमारी है।
·
वे अभी ICU
में हैं और डॉक्टर उनका इलाज कर रहे
हैं।
· यूरोप की स्वास्थ्य संस्था (ECDC) ने होटलों को पानी साफ करने की कड़ी हिदायत दी है।
Legionnaires’ रोग क्या है?
·
यह एक
फेफड़ों का संक्रमण है।
·
इसे Legionella
नामक बैक्टीरिया से होता है।
·
ये
बैक्टीरिया संक्रमित पानी की छोटी बूंदों में होते हैं, जिन्हें सांस से अंदर जाना होता है।
· यह बीमारी व्यक्ति से व्यक्ति में नहीं फैलती।
यह
कैसे फैलता है?
·
शॉवर का
पानी, हॉट टब, एयर कंडीशनर, फव्वारे, और पाइपों के पानी से।
· जब आप संक्रमित पानी की बूंदें सांस में लेते हैं, तो यह हो सकता है।
लक्षण
क्या होते हैं?
·
तेज
बुखार
·
सूखी या
बलगम वाली खांसी
·
सांस
लेने में तकलीफ
·
कमजोरी
और मांसपेशियों में दर्द
·
सिर
दर्द
·
छाती
में दर्द
· कभी-कभी उल्टी, दस्त, भ्रम
कौन
ज्यादा खतरे में है?
·
50 साल
से ऊपर के लोग
·
धूम्रपान
करने वाले या जो पहले करते थे
·
पुरानी
बीमारी वाले (जैसे सांस की समस्या, मधुमेह)
·
कमजोर
इम्यून सिस्टम वाले (जैसे कीमोथेरेपी लेने वाले)
· मिर्गी जैसी बीमारियों वाले
इलाज
कैसे होता है?
·
अभी कोई
वैक्सीन नहीं है।
·
जल्दी
एंटीबायोटिक दवाएं देना जरूरी है।
·
गंभीर मामलों
में अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है।
· बुजुर्गों और कमजोर लोगों में खतरा ज्यादा होता है।
यात्रा
के दौरान खुद को कैसे बचाएं?
1.
अच्छा होटल चुनें।
जहाँ साफ-सफाई और पानी की सुरक्षा ठीक
हो।
2.
नहाने से पहले नलों को एक मिनट चलाएं।
ताकि जमा हुआ पानी निकल जाए।
3.
हॉट टब, फव्वारे, स्पा से बचें अगर साफ-सफाई ठीक न लगे।
4.
लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और अपनी यात्रा
बताएं।
5. गर्मी के मौसम में ज्यादा सतर्क रहें।
होटलों
और अधिकारियों को क्या करना चाहिए?
·
पानी का
तापमान गर्म पानी के लिए 50°C से
ऊपर, ठंडे पानी के लिए 20°C
से नीचे रखें।
·
पानी की
सफाई और क्लोरीन या UV से
कीटाणुशोधन करें।
·
नियमित
जांच और सफाई करें।
· संदिग्ध मामले मिलने पर तुरंत कार्रवाई करें।
याद
रखें
·
Legionnaires’ रोग दुर्लभ है लेकिन गंभीर हो सकता है।
·
सावधानी
से यात्रा करें और साफ-सुथरे स्थान चुनें।
·
बीमारी
के लक्षण दिखें तो जल्दी इलाज कराएं।


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